विचारो को जंग
किसी भी विचार में या कार्य में मतभेद होना आम बात है इसी तरह राजनेतिक रूप् से साम्यवादी होना या पूंजीपति होना या सामन्तवादी होना आम सी बात है मगर में एक सवाल पूछता हु की अगर आ...
यह जो दुनिया में हो रहा है और यह जो दुनिया में होता है यह सब " फज़ीता " ही तो है...