भयावह होती छात्र सियासत

हा बिल्कुल सब इस बात में व्यस्त होंगे की एनआईटी में क्या हुआ थोड़े दिन पहले जेएनयू के बारे में भी यही सोच रहे थे और कुछ कथित राष्ट्रभक्तो ने तो खुद ही न्यायलय बन कर फैसला सुना...
यह जो दुनिया में हो रहा है और यह जो दुनिया में होता है यह सब " फज़ीता " ही तो है...