मुखोटा

ये किताब हो सकता है आपको आम सी नज़र आ रही होगी मगर जब आप इस किताब को पढ़ेंगे तो आप इसको ख़ास से भी ऊपर दर्जा देंगे इस किताब में धर्म,आलोचना,साम्यवाद,पूंजीवाद ,राष्ट्रवाद और विपक्...
यह जो दुनिया में हो रहा है और यह जो दुनिया में होता है यह सब " फज़ीता " ही तो है...