"विपक्ष" कहाँ है ?
देश की राजनीति अब नये मूड में है,यानि कमजोर विपक्ष के सामने पूर्ण बहुमत की सरकार,लेकिन गौर करने की बाद ये है की "विपक्ष" किस स्थिति में है? किस जगह खड़ा है ? और केसे आगे बढ़ेगा? ये सवाल राजनीतिक गलियारों में अचानक से कूद गया है,क्यूंकि अब स्थिति आ गयी है एक नये एक्शन की,यानी "भाजपा" के बढ़ते जनाधार के खिलाफ किसे और केसे कोंन खड़ा हो सकता है? क्यूंकि ये बात तो सिद्ध हो गयी है की अब भाजपा के "मोदी" के सामने कोई चेहरा है नही,तो 2019 में क्या होगा ? कांग्रेस-अगर सबसे पहले बात कांग्रेस की करें तो वो इस वक़्त ज़मीन पर है,उसके पास कोई नेता नही है,और उसके "युवराज" कमज़ोर होते हुए नजर आ रहें है और जेस जेसे राहुल बढ़ रहें है कांग्रेस मजबूत की जगह और बहुत और कमज़ोर हो रही है,उसके पास न तो नेतृत्व है और न ही कोई नेता इसलिए कांग्रेस सिर्फ राष्ट्रीय दल जेसा दिख सकती है | सपा- पांच साल सत्ता में शीर्ष पर रही समाजवादी पार्टी इस वक़्त अच्छी स्थिति में नही है दो धड़ों में बंटने को तैयार है,हाल तो ये है की सेकुलर होने का नाम डदम भरने वाली सपा इस बार भाजपा के प्रत्याशी को