तस्वीर 2019 की...
कैसे समझें मौजूदा राजनीतिक स्थिति को? वो स्थिति जो बहुत कुछ बता भी रहीं है,और बहुत अपने अंदर छुपा भी रही है,मगर जो भी है उसकी तस्वीर उसका माहौल सिर्फ और और 2019 के लिए ही है,और यही वजह है की सत्ता और काबिज़ भाजपा इसमें कोई कमी नही छोड़ रही है,और वो जी जान से इस कोशिश में है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करें। मगर खेल इतना आसान है नही,भाजपा सच मे मज़बूत है,लेकिन सवाल ये है कि क्या सिर्फ भाजपा ही मज़बूत है? और अब जब भाजपा कई उपचुनाव,लगातार हार गईं है तो सिर्फ उसे मज़बूत कहना तो ईमानदारी नही है, मगर अब के हालात ज्यों के त्यों ऐसे है जैसे वाजपेयी जी के कार्यकाल के खत्म होने के वक़्त थे,वाजपेयी जी सबके 'नेता' थे,ओर इंडिया 'शाइन' कर रहा था मगर हुआ क्या? भाजपा हारी और सत्ता से बाहर हो गई । अब इस बात को जितना राजनीतिक हलकों में तमाम लोग जानते है,उससे बेहतर मोदी और शाह की टीम जानती है,इसलिए वो कोई कमी नही छोड़ रहीं है,योगी जी की 'दीवाली' हो या मोदी जी का 'केदारनाथ' जाना हो ये सब का सब बैकअप है, 'विकास' के नारे का,क्योंकि भाजपा जानती है की उसका 'वि