शिष्टाचार का बंटाधार और भयंकर परिणाम
तेरी हिम्मत कैसे हुई मेरे बेटे को मारने की" इस वाकय के अंदर की भद्दी गालिया लिखने की मेरी हिम्मत नही हुई जो अब सोचिये जो वाक्य बोलने में एक बड़े बाप ने अपने बच्चे से उसके अध्या...
यह जो दुनिया में हो रहा है और यह जो दुनिया में होता है यह सब " फज़ीता " ही तो है...