तोप का मज़ाक।।।
मीडिया यानि अंधे समाज की लाठी सिर्फ यही एक बेहतर नाम है जो हमारे अनपढ़ समाज के लिए कहा जा सकता है मीडिया का रुतबा भारत के समाज में बहुत बड़ा है इस मीडिया को हमारे लोकतंत्र का च...
यह जो दुनिया में हो रहा है और यह जो दुनिया में होता है यह सब " फज़ीता " ही तो है...