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Showing posts from March 23, 2016

स्त्री विमर्श की कमज़ोरी

मुझे इससे ख़ुशी मिलती है में तो यही करुँगी" बहुत आसान लफ़्ज़ों के साथ मेरी ही एक दोस्त ने मेरे उस सवाल का जवाब दिया जिसमे मेने उससे पूछा था की तूम शराब क्यों पीती हो और रातों में अपने बॉयफ्रेंड(झूट का प्यार) के साथ कहा गायब रहती है बेशक ये हमारा समाज बन चूका है बेशक हम इसे तरक्की का नाम दे रहे है लेकिन क्या वाकई में हम सही बात को तरज़ीह दे रहे है या फिर तरक़्क़ी केनाम पर हम ऐसा समाज बना रहे है जहा इस बात का ही पता न हो की लड़की के पेट में पल रहा बच्चा किसका हैया शराब के नशे में धुत होने के बाद यही न पता हो की किस से क्या कहा जा रहा है बदन पर कपडे भी है या नही इस बात का जवाब तो बेशक कुछ न हो मगर इसका मतलब ये नही की इसका आरोप में चौराहो पर चल रही शराब की दुकानों को दू या कथित महिला आज़ाद की ब्रिगेड को दू इस बात का फैसला आप करिये लेकिन हा थोड़ी बहुत समझ के बाद इतना तो बिलकुल जान गया हु इस तरह कोई भी समाज अगर हम बना रहे है या झुटे नाम पर उसे सपोर्ट कर रहे थे तो हम एक बहुत बड़ा गड्ढा बना रहे है बस फ़र्क़ इतना है की पहले हम उसमे गिरेंगे बाद में शायद हमारी औलादे गिरे मगर हम जब तक तरक्की, आज़ादी और खु

शहीदी के मायने

शहीदों के लिए बहुत कार्यक्रम किये जा रहे है लगभग सभी की फेसबुक पर व्हट्सऐप पर भगत सिंह के फ़ोटो लगाये जा रहे है  भर भर के याद दिलाया जा रहा है शहीद दिवस हो सकता है सही में शहादत याद हो या हो सकता है महज़ दिखावा हो क्योंकि हमारे देश में हर चीज़ का दिखावा तो खूब होता है पर जिसके नाम पर दिखावा होता है उसकी एक भी बात पर अमल नही होता है भगत सिंह ने अपनी छोटी मगर महान उम्र में सबसे ज़्यादा ज़ोर जिस चीज़ पर दिया वो था"क़ौमी इत्तेहाद" यानि सभी धर्मो में एकता और वो छात्र जानता था की यही सबसे बड़ी समस्या है जो देश को खोखला करेगी और वो ही आज हो रहा है आज के दौर में राजनीतिक दलों को तो छोड़िये छात्र संग़ठन से लेकर आम लोगो में भी एक बीज बोया जा चूका है  धर्मिक नफरत जिसे जी भर के फैलाया जा रहस है और उसे हम खुद फैला रहे है या यु कहे 23 मार्च पर शहीद होने वालो का मज़ाक बना रहे है और अगर आपस में हम नफ़रत रखते है फिर किसी भी मुद्दे पर हो तो कम से कम हमे भगत सिंह का नाम लेना नही चाहिए क्योंकि अगर नाम लेकर इतनी नफरते पैदा करी जाने का इरादे है तो भगत सिंह के सारी मूर्ति तोड़ दो मत याद करो भगत सिंह को अगर कुछ